लेखनी कहानी -14-Nov-2022# यादों के झरोखों से # मेरी यादों की सखी डायरी के साथ
हैलो सखी।
कैसी हो ।मै अच्छी हूं।कल ही मुझे लेखिका जया शर्मा प्रियवंदा जी ने मैसेज किया कि वो एक किताब लिख रही है मनकही ।उसमे नये लेखकों के साक्षात्कार स्वरूप प्रश्नोत्तरी पूछ रही थी उसमे उन्होंने मुझे भी शामिल किया। बड़ा अच्छा सा लगा।अभी तो साहित्य जगत मे हल्का हल्का कदम बढ़ाना सीखा है।अभी तो बहुत कुछ सीखना है।
कल स्टोरी मिरर के एक अधिकारी से भी मैसेज आया था वो अपना सांझा संकलन मे हमारी कृति छापना चाहते थे।देखते है क्या होगा।
हां तो कल मैं बता रही थी कि मै बेहोश हो गई थी तो वो बुजुर्ग महिला मुझे अपने घर ले गयी।वही पास मे ही उनका घर था।जब मुझे होश आया तो वो महिला और एक महिला और मेरे पास बैठे थे। मैंने होश मे आते ही पूछा मै कहां हूं तो वो आंटी बोली,"बेटा जी आप हमारे घर पर है क्या बात कहां जा रहे थे। क्या बीमार है।मैने झेंपते हुए कहा,"हां आटी मेरी थोड़ी तबीयत खराब है और यहां मेरी शोप है मै वहीं जा रही थी।तभी दूसरी महिला बोली ,"बहन आज आंटी आप कै लिए भगवान बन कर आयी थी।ये देखो आप को बचाने में इनको भी चोट लग गयी। मैंने देखा उनके हाथ पर घसीटें वगैरह लगी थी और थोड़ा खून भी आ रहा था। मुझे बडी शर्म लग रही थी। मैंने उनका बहुत धन्यवाद किया और जब चलने लगी तो उनको मलहम पट्टी के लिए कुछ पैसे देने लगी तो वो बोली,"नहीं बेटा जी अगर आप की जगह मेरी बेटी होती तो क्या मै उसे ना बचाती।"अब इससे आगे कुछ कहने के लिए मेरे पास बचा ही नही था।कल मै वहां से गुजर रही थी तो वो आंटी बोली ,"बेटा मै बहुत दुखी हूं कोई नौकरी दिला दो। मैंने अपनी सहेली को फोन लगाया उन्हें आया की जरूरत थी।अब देखो मैंने उन्हें मिला दिया है नोकरी भी मिल गयी है आगे रब राखा।अब चलती हूं अलविदा।
Khan
29-Nov-2022 05:38 PM
Bahut khoob 🌺🌸
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Mohammed urooj khan
25-Nov-2022 12:06 PM
बहुत खूबसूरत 👌👌
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Swati Sharma
24-Nov-2022 10:31 PM
बेहतरीन
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